Navratri |
जय माता दी !
सर्वप्रथम सभी को शारदीय नवरात्रों की शुभकामनाएं ।
मित्रों आशा है, घट स्थापना के साथ आपने नवरात्रों का शुभारंभ कर दिया होगा।
घट स्थापना की विधि, मुहूर्त इत्यादि के विषय से संबंधित कई सारे लेख और जानकारियां इंटरनेट के माध्यम से उपलब्ध हुई है इसलिए इस विषय मे अधिक चर्चा न करते हुए एक ऐसे मंत्र और साधना के बारे में बात करते हैं, जिससे कि लाभ मिल सके ।
एक ऐसा मंत्र जो आपके जीवन मे सदैव काम आएगा, और आपके मनोकामना को पूर्ण करने में आपका सहायक होगा और मार्ग में आने वाले रुकावटो को कम करेगा , और आपके लक्ष्य को आपके और समीप ले आएगा ।
माता का यह मंत्र , नवरात्रों में सिद्ध करने के लिए अति उत्तम है, और इसे सिद्ध करना भी बहुत सरल है ।
प्रातः काल जब आप नवरात्रि पूजा कर लें, ( जिस किसी ने भी जैसा भी पूजा करना है , उसके बारे में कोई विचार नहीं, क्योंकि माँ भगवती, भक्त की भावना देखती है । ) आप इस मंत्र का जाप प्रत्येक दिन 108 बार या 1 माला करें । यदि कोई विशेष कार्य हो और वह पूर्ण न हो रहा हो तो उसको पूर्ण कड़वे हेतु प्राथना कर सकते हैं । और उस कार्य से पूर्व इस मंत्र का 11 बार मानसिक जाप कर सकते हैं ।( इस मंत्र के बारे में इतनी ही जानकारी दी गयी है )
यह एक बहुत ही प्रभावशाली मंत्र बताया गया है , जिसका जाप विशेष रूप से यदि नवरात्रों में किया जाए तो बहुत अच्छा परिणाम मिलता है ।
Navratri |
मन्त्र :-
।। जय अम्बा भू की रानी , काली माता कालका ,
काला भैरो है मतवाला , हनुमान चिल्लेवाला ।
मेरा कार्य न सहारो तो दुहाई है गुरु गोरखनाथ की ।
अंजनी का पुत्र हनुमान साजे ।।
काला भैरो है मतवाला , हनुमान चिल्लेवाला ।
मेरा कार्य न सहारो तो दुहाई है गुरु गोरखनाथ की ।
अंजनी का पुत्र हनुमान साजे ।।