हनुमान मंत्र -राहु केतु और शनि शांति के लिए


हनुमान मंत्र -राहु केतु और शनि  शांति के लिए 

हनुमान मंत्र -राहु केतु और शनि  शांति के लिए

नमस्कार मित्रो !

एक बार फिर आपके लिए , एक बहुत ही सरल मन्त्र और कुछ उपाय लेकर जिससे आपके क्रूर ग्रहो को शांत किया जा सके। 


मित्रो ,राहु, केतु और शनि की कुदृष्टि के अधीन रहने वालों के लिए हनुमान आराधना अत्यंत फलदायी हो सकती है। इन तीनों पिंड सामान ग्रहों को ज्योतिषीय भाषा में पाप ग्रह के नाम से जाना जाता है।

 

हनुमान जी का टोटका धन आगमन के लिए 

यदि जातक की कुंडली में इनकी स्थति ठीक नहीं है या विपरीत फलदयाक है, तो इसके गोचर में भी जातक को कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।  राहु, केतु और शनि की यदि कुदृष्टि पड़ जाये तो जातक को मृत्युतुल्य कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।  जातक के दैनिक जीवन में जैसे नौकरी , घर  , शादी , ससुराल और ऐसी के कई कठिनाइया आ सकती  हैं  जिससे जातक मानसिक तौर पर बहुत परेशान  हो सकता है। 


ऐसी सभी समस्याओ के लिए जो राहु शनि और केतु के द्वारा उत्पन्न हो उन सभी के लिए हनुमान जी की शरण में जाना और उनसे प्राथना करना अत्यंत शुभ और फलदायी होगा। कलियुग में हनुमान जी की सच्चे मन से की गयी भक्ति अति श्रेष्ठ मानी गयी है !

 

एक हनुमान मंत्र जो राहु, केतु और शनि के कुप्रभाव  नकारदेगा और शांत करेगा,  इस मंत्र का प्रतिदिन 108 बार 3 बार जप करना है। माला कोई भी हो सकती है , रुद्राक्ष की पंचमुखी माला या फिर लाला चन्दन की माला।  

 मंत्र 

ॐ नमो भगवते आंजनेयाय नमः II 


कुछ सरल तोटकों को भी किया जा सकता है, शनिवार को किसी हनुमान मंदिर पर जाएं , जहाँ  हनुमान जी की सिन्दूरी मूर्ति हो ,

 

किसी सावले रंग के व्यक्ति को , शनिवार के दिन गुड़ और चना खाने को दें यदि ये संभव न हो तो आप उसे चाय और बिस्कुट खिलाएं। 


ये कुछ ऐसे उपाय हैं जिनसे राहु केतु और शनि की आपके ऊपर कुदृष्टि धीरे धीरे समाप्त हो जाएगी और आपके काम बनने लग जायेंगे। 

 

मंत्र साधना और उपाय दोनों एक दूसरे से स्वतंत्र होते हैं और राहु, केतु या शनि के कारण कठिन समय से गुजर रहे तो आप दोनों में से कोई भी उपाय कर सकते हैं। 


हनुमान जी का मंत्र - नौकरी के लिए